MP BOARD CLASS 10 HINDI SOLUTIONS
MP Board Class 10th HINDI Solutions in Hindi Medium | ||||||||||||||||||||||||||||
4 अंक के प्रश्न- | ||||||||||||||||||||||||||||
(2) महाकाव्य व खण्ड काव्य की विशेषताएँ व उदाहरण लिखिए। उत्तर- महाकाव्य- (1) महाकाव्य में आठ या उससे अधिक सर्ग होते हैं। (2) महाकाव्य का नायक धीरोदत्त गुणों से युक्त होता है। (3) इसने शांत वीर अथवा श्रृंगार रस में से किसी एक की प्रधानता होती है। (4) महाकाव्य में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। (5) इसमें अनेक छंदों का प्रयोग होता है। उदाहरण- रामचरित मानस-तुलसीदास कामायनी-जयशंकर प्रसाद खण्ड काव्य- (1) खण्ड काव्य में जीवन की किसी एक घटना का वर्णन होता है। (2) इसमें एक ही छंद का प्रयोग होता है। (3) कथावस्तु पौराणिक या ऐतिहासिक विषयों पर आधारित होती है। (4) श्रृंगार व करुण रस प्रधान होता है । (5) इसका उद्देश्य महान होता है। उदाहरण- पंचवटी -मैथिलीशरण गुप्त सुदामाचरित-नरोत्तम दास (3) छायावाद की विशेषताएँ, प्रमुख कवि व उनकी रचनाएँ लिखिये । उत्तर- विशेषताएँ- (1) व्यक्तिवाद की प्रधानता (2) श्रृंगार भावना (3) प्रकृति का मानवीकरण (4) सौन्दर्यानुभूति (5) वेदना एवं करूणा का आधिक्यानकोला (6) अज्ञात सत्ता के प्रति प्रेम (7) नारी के प्रति नवीन भावना (8) जीवन दर्शन कवियों के नाम एवं उनकी रचनाएँ- 1. जयशंकर प्रसाद - कालायनी, लहर, आँसू, झरना आदि । 2. सुमित्रानंदन पंत - पल्लव, ग्रंथि, गुंजन, वीणा आदि। 3. सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - परिमल, गीतिका, अनामिका 4. महादेवी वर्मा. - रश्मि, नीरजा, निहार, सांध्यगीत आदि। (4) रीतिकाल की विशेषताएँ व प्रमुख कवियों के नामा लिखिए। उत्तर- विशेषताएँ- 1. श्रृंगार रस की प्रधानता 2. ब्रज भाषा का प्रयोग 3. मुक्तक काव्य की प्रधानता 4. भक्ति, नीति, वैराग्य, वीरता की भावना 5. आचार्यत्व प्रदर्शन की प्रवृत्ति । 6. इस काल में कवित, सवैया, दोहा, कुंडलिया इस काल के बहुप्रयुक्त छंद हैं। रीतिकाल के प्रमुख कवि-रचनाएँ- कवि रचनाएँ 1. केशवदास - रामचंद्रिका, कविप्रिया 2. बिहारी - बिहारी सतसई 3. भूषण - शिवराज भूषण, शिवा बाबनी 4. मतिराम - ललित ललाम, मतिराम, सतसई (5) संधि और समास में कोई तीन अन्तर लिखिए। उत्तर-
(6) महाकाव्य और खण्ड काव्य में तीन अन्तर लिखिए। उत्तर-
(7) शब्द गुण के प्रमुख प्रकारों को परिभाषित कीजिए । उत्तर- शब्द गुण के प्रकार (1) ओज गुण-जिस काव्य को सुनने से हृदय की भावनाएँ उद्दीप्त हों, मन में उत्साह का गुण उत्पन्न हो, वहाँ ओज गुण होता है। (2) प्रसाद गुण-सरल, सरस तथा सीधे-सादे शब्दों में की गई रचना में प्रसाद गुण होता है। (3) माधुर्य गुण-कोमल एवं अनुनासिक वर्णों से युक्त रचना जो अपनी सरसता और मधुरता से आनन्दित कर दे, माधुर्य गुण होता है। (8) मुहावरा और लोकोक्ति में अन्तर लिखिए । उत्तर-
(9) दृश्य काव्य और श्रव्य काव्य में अन्तर लिखिए।
उत्तर- श्रव्य काव्य-जिस काव्य को पढ़कर आनन्द लिया जाता है. वह श्रव्य काव्य कहलाता है। जैसे-कविता पाठ या कविता पढना आदि । दृश्य काव्य-जिस काव्य की आनन्दानुभूति रंगमंच पर अभिनय आदि देखकर होती है, उसे दृश्य काव्य कहा जाता है, जैसे-नाटक,एकांकी आदि। (10) कहानी एवं उपन्यास में कोई चार अन्तर लिखिए। उत्तर-
(11) एकांकी और नाटक में अन्तर लिखिए। उत्तर-
(12) शिक्षक निम्न अंतर छात्रों को समझाकर लिखाएँ। (1) कहानी, उपन्यास (2) जीवनी, संस्मरण (3) संस्मरण, रेखाचित्र विशेष (1) एक घूट - प्रथम एकांकी - जयशंकर प्रसाद (2) परीक्षा गुरु - प्रथम उपन्यास - लाला श्रीवास दास (3) इन्दुमती - प्रथम कहानी - किशोरी लाल गोस्वामी (4) उपन्यास सम्राट - मुंशी प्रेमचंद (5) वात्सल्य रस सम्राट - सूरदास (6) कहानी, उपन्यास, नाटक व एकांकी के प्रमुख तत्व-कपासदेभाउ 1. कथा वस्तु 2. पात्र व चरित्र चित्रण 3. संवाद 4. देशकाल व वातावरण 5. भाषा शैली 6. उद्देश्य (13) रस-शिक्षक रस की परिभाषा, प्रकार व अग की जानकारी विद्यार्थियों के देकर ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। (14) भक्ति की शाखाएँ व भक्तिकाल के प्रमुख कवि की जानकारी शिक्षक कक्षा में दें। (15) जीवनी और आत्मकथा में अन्तर लिखिए। उत्तर-
(16) रेखाचित्र और संस्मरण में अन्तर लिखिए। उत्तर-
(17) भारतेन्दु युगीन काव्य की विशेषताएँ बताते हुए उनके दो कवियों एवं रचनाएँ लिखिए। उत्तर- विशेषताएँ- 1. राष्ट्रीयता की भावना 2. सामाजिक चेतना का विकास 3. हास्य व्यंग्य 4. अंग्रेजी शिक्षा का विरोध 5. विभिन्न काव्य रूपों का प्रयोग कवियों के नाम व रचनाएँ- 1.भारतेन्दु हरिश्चन्द्र-प्रेम सरोवर, प्रेम फुलवारी 2. प्रताप नारायण मिश्र-मन की लहर, प्रेम पुष्पावली (18) वक्रोक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। उत्तर- वक्र+उक्ति टेढ़ा मेढ़ा कथन या विचित्र उक्ति । जहाँ कथन का ध्वनि द्वारा दूसरा अर्थ ग्रहण किया जाए वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है। उदाहरण- "मैं सुकुमारि नाथ वन जोगु । तुमहिं उचित तप, मो कहूँ भोगू ।।" (19) आधुनिक काल की कोई दो विशेषताएँ लिखते हुए बताइए कि इसे गद्य काल क्यों कहा जाता है? उत्तर- विशेषताएँ- 1. गद्य विधा का विकास 2. साहित्य रचना में खड़ी बोली का प्रयोग 3. आदर्शवादी रचना 4. यथार्थवादी रचना इस काल में गद्य की विविध विधाओं पर साहित्य लिखा गया है । इसलिए इसे गद्य काल कहते हैं। (20) रीतिकाल को श्रृंगार काल क्यों कहा जाता है? रीतिकाल की कोई कवियों एवं उनकी रचनाओं के नाम लिखिए। उत्तर- रीतिकाल में कवियों ने श्रृंगार रस में रचनाएँ लिखी है, इसकी कारण रीतिकाल को श्रृंगार काल कहा जाता है । इस काल में नायिका सौन्दर्य, नख शिख वर्णन, रूप सौन्दर्य का बहुतायत रूप से वर्णन किया गया है। कवि के नाम रचना के नाम केशवदास - रामचन्द्रिका बिहारी - बिहारी सतसई भूषण - छत्रसाल दशक (21) नई कविता की दो विशेषताएँ लिखते हुए दो कवियों के नाम लिखिए। उत्तर- विशेषताएँ- 1. लघु मानववाद की प्रतिष्ठा 2. अनुभूतियों का वास्तविक चित्रण 3. कुष्ठा, संत्रास, मृत्यु बोध 4. क्षणवाद को महत्व कवियों एवं उनकी रचनाएँ- 1. भवानी प्रसाद मिश्र-सन्नाटा, गीता फरोस । 2. कुँवर नारायण-चक्रव्यूह, आमने सामने | 3. दुष्यंत कुमार-सूर्य का स्वागत, आवाजों के घेरे । 4. नरेश मेहता-वनपांखी सुनो, उत्सव । (22) रीतिकाल की कोई चार विशेषताएँ लिखिए। उत्तर- विशेषताएँ- 2. रीतिकाल में मुक्तक काव्य की प्रधानता रही हैं। 3. इस काल की भाषा ब्रजभाषा थी। 4. कवित, सवैया, दोहा, कुण्डलियाँ इस कल के बहुप्रयुक्त छन्द है |
(23) प्रगतिवादी काव्य की कोई चार विशेषताएँ लिखिए | उत्तर- 1 शोषकों के प्रति विद्रोह और शोषितों से सहानुभूति। 2. आर्थिक व सामाजिक समानता पर बल 3. नारी शोषण के विरुद्ध मुक्ति का स्वर | 4. ईश्वर के प्रति अनास्था सामाजिक यथार्थ का चित्रण । 5. भाग्यवाद की अपेक्षा कर्मवाद की श्रेष्ठता पर बल । (24) प्रयोगवाद की दो विशेषताएँ बताते हुए उनके दो कवियों के नाम एवं उनकी रचनाएँ लिखिए। उत्तर- विशेषताएँ- 1. प्रेम भावनाओं का खुला चित्रण | 2. नवीन उपमानों का प्रयोग । 3. बुद्धिवाद की प्रधानता, लघुमानववाद की प्रतिष्ठा । 4. अहं की प्रधानता, रूढ़ियों के प्रति विद्रोह, मुक्त छन्दों का प्रयोग, व्यंग्य की प्रधानता, निराशावाद की प्रधानता। कवि व उनकी रचनाएँ- 1. अज्ञेय-हरी घास पर क्षण भर 2. मक्तिबोध-चाँद का मुंह टेढा
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